inverter battery की लाइफ कितनी रहेगी, आज की पोस्ट में हम यही बात पर चर्चा करेंगे। अक्सर ही आपके मन में एक सवाल रहता है कि हमने नई inverter battery लगाई है इसकी लाइफ कितनी रहेगी। कुछ कारण मैं आपके साथ शेयर क्र रहा हूँ,
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inverter battery के बारे में
अगर हम आज से 20 साल पीछे देखते हैं तब बैटरी की लाइफ बहुत कम होती थी मात्र 1 साल से 2 साल थी। लेकिन आज जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी ज्यादा हो रही है inverter battery बैटरी की लाइफ भी ज्यादा है। अगर हम देखते हैं आज से 20 साल पीछे तब जो बैटरी होती थी ऑटोमोबाइल वाली होती थी ऑटोमोबाइल जानिके , ट्रैक्टर के ऊपर लगने वाली बैटरी, ट्रक के ऊपर लगने वाली बैटरी, जो वहीकल के इंजन को स्टार्ट करने के लिए बनी थी ,वह बैटरी इनवर्टर पर लगा देते थे इस लिए वह बहुत जल्दी खराब हो जाती है जब बैटरी जल्दी जल्दी खराब होने लगी लोगों का पैसा बर्बाद होने लगा तब नई टेक्नोलॉजी आई टॉल ट्यूबलर।
मुझे याद है पहले पहले यह बैटरी एक्साइड वालों ने बनाई थी और उसको बोल रहे थे कि 8 साल चलेगी वाक्य में ही वह बैटरी 7 से 8 साल लोगों के घर में चली। जब यह बैटरी लोगों ने देखी के 2 साल से ज्यादा चल रही है उसके बाद लोगों की डिमांड के ऊपर सभी कप्पनी ने ट्यूबलर बैटरी के ऊपर काम करने लगे आज हम बात करते हैं जो बैटरी की लाइफ है।
inverter battery 7 से 8 साल चल जाती है कई दोस्त जो यह पोस्ट पढ़ रहे होंगे उनके मन में यह रहेगा कि हमारी बैटरी तो 3 साल में ही खराब हो गई हम कैसे मान लें कि 7 से 8 साल चलेगी इसके पीछे भी कुछ कारण है वह कारण आप जाने और inverter battery की लाइफ ज्यादा करें।
inverter battery के ख़राब होने कुछ मुख्य कारण
- सबसे बड़ा कारण है कि बैटरी के ऊपर आप देखें उसके ऊपर 27 डिग्री सेल्सियस लिखा जाता है, इसका मतलब है कि यह बैटरी सही बैकअप 27 डिग्री सेल्सियस पर ही देगी, बैटरी को सीधा धूप में रख देते हैं जहां पर उसका तापमान अधिक हो जाता है तब बैटरी बैकअप बहुत रहेगा ना ही उसकी लाइफ भी कम रहेगी इसी तरह से ही जब हम 27 डिग्री सेल्सियस से कम में रख देते हैं सीधा ठंड में तब भी बैटरी का लाइफ और बैकअप कम हो जाएगा।
- इसके बाद डिपेंड करता है कि आपके घर में जो इनवर्टर लगा है कहीं यह ओवरचार्ज तो नहीं कर रहा अगर बैटरी ओवर चार्ज हो रही है तो भी बैटरी की लाइफ बहुत जल्दी खत्म हो जाएगी।
- इसी तरह से ही अगर आपके घर में लोड ज्यादा है पावरकट ज्यादा है आप बैटरी से ज्यादा काम लेते हो तब भी बैटरी की लाइफ काम रह जाएगी।
- inverter battery की लाइफ कम होने की एक वजह और है, बैटरी का पानी अपने नल से भर भर कर इसके अंदर डालते हैं जिसका टीडीएस 50 से ज्यादा रहता है तब भी बैटरी की लाइफ जल्दी खत्म हो जाती है। जब भी inverter batter अंदर बैटरी का पानी डालें कोशिश करें कि जो पानी का टीडीएस है वह 50 से कम रहे। अगर आपको ऐसा पानी नहीं मिल रहा कम टीडीएस वाला तो फिर आप कोशिश करें बाजार में आपको स्पेशल बैटरी वाटर मिल जाएगा वह इसमें डाल सकते हैं।
- अगर आप बैटरी घटिया कंपनी की लगाते हो तब भी बैटरी की लाइफ कम हो जाती है और बैकअप भी नहीं मिलेगा कोशिश करें बढ़िया कंपनी की बैटरी देखें और साथ ही साथ बैटरी का रखरखाव भी खुद करें।
इसके लिए मैंने एक पोस्ट बनाई है घर के लिए Inverter battery पढ़ सकते हो।
Inverter battery की लाइफ कैसे बढ़ाएं
जो आजकल Inverter battery की टेक्नॉलजी है। उसको tall Tubular कहते हैं। किसी भी Inverter battery के साइकिल fix 300 से 500 तक होते हैं। हर रोज चार्ज डिस्चार्ज करें तो आप मान कर चलें कि 1 दिन में एक साइकिल पूरा हो जाएगा। लेकिन आजकल ऐसा नहीं है पावर कट बहुत कम लग रहे हैं जिसके कारण जो यह साइकिल है चार्ज डिस्चार्ज वाले वह काफी सालों में बांटें जाते हैं। मानकर चलें 1 महीने में ज्यादा से ज्यादा 10 साइकिल खत्म होते हैं। जिसके लिए बैटरी की लाइफ कई साल चल जाती है।
आप ने ऊपर जितनी बातें बताई है अगर आप इन बातों पर गौर करोगे तो आपकी बैटरी भी 8 साल तक आराम से चल जाएगी। इसी तरह की और पोस्ट जानकारी के लिए , पढ़ने के लिए हमें फॉलो जरूर करें इसके ऊपर मैंने एक वीडियो भी बनाई हुई है आप वह वीडियो देख सकते हैं आपकी जानकारी में और भी इजाफा होगा पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
इन्वर्टर की बैटरी कितने समय तक चलती है?
एक ट्यूबलर इन्वर्टर बैटरी का औसत जीवनकाल लगभग
6 से 8 साल है , जबकि एक फ्लैट ग्रिड बैटरी का केवल 2 से 3 साल है।
मुझे अपनी इन्वर्टर बैटरी कब बदलनी चाहिए?
जब बैटरी पूरी तरह चार्ज हो और उपयोग में न हो तो उसके वोल्टेज की जांच करें।
बिना किसी लोड के बैटरी वोल्टेज की जांच करें।
वोल्टेज 12 या 14V पढ़ना चाहिए।
यदि यह 11 से कम है, तो यह एक संकेत है कि आपकी बैटरी ख़त्म हो गई है और आपको इसे बदलने की आवश्यकता है ।
किस इन्वर्टर बैटरी का जीवन सबसे लंबा होता है?
इन्वर्टर बैटरी के दो मुख्य प्रकार हैं: लेड-एसिड और लिथियम-आयन।
लेड-एसिड बैटरियां अधिक किफायती हैं और लंबे समय से मौजूद हैं।
हालाँकि, उनका जीवनकाल छोटा होता है और उन्हें अधिक रखरखाव की आवश्यकता होती है।
लिथियम-आयन बैटरियां अधिक महंगी होती हैं लेकिन इनका जीवनकाल लंबा होता है और इन्हें कम रखरखाव की आवश्यकता होती है।
इन्वर्टर बैटरी को क्या कमजोर करता है?
बैटरी खराब होने के पीछे खराब रखरखाव एक बड़ा कारण है।
जंग, संक्षारण और सूखापन आपकी इन्वर्टर बैटरी के सबसे बड़े दुश्मन हैं।
टर्मिनलों में जंग लगने से बैटरी में करंट का प्रवाह कम हो जाता है।