आज की पोस्ट स्पेशल किसान भाइयों के लिए Solar Pump के बारे में है। Solar Pump किसान की आमदन ज्यादा करेगा यहां पर किसान का फ़सल के लिए पानी का कोई भी प्रबंध नहीं है ,वहां पर सोलर पंप लगाकर हम उसे जमीन को उपजाऊ बना सकते हैं।
Solar Pump के बारे में
इस पोस्ट में कुछ ऐसी बातें आपको बता रहे हैं जो की कोई भी Solar Pump लगाने वाला आपको नहीं बताएगा , क्योंकि किसान की आमदनी इतनी नहीं होती कि वह पैसा ऐसे ही लुटाता रहे। किसान का पैसा खराब न हो यह पोस्ट लिख रहा हूँ। 2024 में किसानों के लिए Solar Pump कितने रुपए में मिलेगा ,नया Solar Pump लगवाने से पहले किन बातों का ध्यान रखना है ? सोलर पंप पर सरकार की तरफ से सब्सिडी कितनी मिलती है ? जैसे के कुसुम योजना ,और अगर आपके पास पैसा नहीं है तो क्या इस पर सरकार लोन भी करके देता है?
Solar Pump में कितने HP कितने पैनल
3 HP Solar Pump के लिए 10 सोलर पैनल 330 वाट वाले पोली में एक स्ट्रक्चर पर , 5 एचपी सोलर पंप के लिए आपको 16 पैनल मिलेंगे 330 वॉट वाले और साथ में दो स्ट्रक्चर मिलेंगे, 7.5 एचपी का पंप लगाना है तो इसके लिए आपको 24 पैनल 3 स्ट्रक्चर के ऊपर मिलेंगे और 10 HP इसके लिए आपको 32 पैनल मिलेंगे। इसके लिए आपको चार स्टैंड चार स्ट्रक्चर लगानी पड़ेगी।
Solar Pump में Poly ही क्यों लगाए जाते है ? मोनो क्यों नहीं ?
जो Solar Pump है इसके ऊपर मोनो क्रिस्टल क्यों नहीं लगते क्योंकि आजकल जो जमाना है 330 वाट की जगह पर 500 600 वॉट तक के पैनल आ चुके हैं , क्योंकि पोली के मुकाबले मोनो कम जगह और ज्यादा आउटपुट देता है, पीछे भीएक कारण है जो सोलर पंप है इसको वोल्टेज ज्यादा चाहिए तो ज्यादा वोल्टेज के लिए फिर यह पोली क्रिस्टल ही लगाई जाती है।
क्योंकि जो mono, mono perc, mono perc halfcut, bifecial पैनल हैं इनके वोल्टेज कम लेकिन एम्पीयर ज्यादा है, जैसा मान कर चले किसान के खेत में 3 एचपी की एक मोटर लगवानी है। जिसमे हम पोली के 10 सोलर पैनल लगाते हैं। और 10 सोलर पैनल को हम सीरीज में कनेक्ट करेंगे तो जो एक सोलर पैनल की आउटपुट वोल्टेज VOC रहती है वह मारकर चले 40 वोल्ट है तो अगर हम 10X40 = 400 वोल्टेज मिल गई।
इन्वर्टर Battery की पोस्ट भी जरूर पढ़े
अगर हम 500 वाट के 6 पैनल लगाते है वाट तो पुरे हो गए लेकिन हम वोल्टेज देखेंगे 42X 6 = 252 वोल्टेज, वोल्टेज का अंतर है, खेतों की मोटर के लिए वोल्टेज ज्यादा चाहिए हम इसी लिए खेतों Solar Pump में पोली पैनल ही लगाए जाते हैं।
Solar Pump मोटर की टाइप AC/DC
इसके बाद Solar Pump में मोटर की टाइप जो मोटर की टाइप है यह आपको दो तरह की मिलेगी एक ऐ सी और एक डी सी क्योंकि जो सोलर पैनल है यह डी सी सप्लाई पावर सप्लाई हमें बना कर देते हैं तो उसको फिर डी सी ड्राइव लगाने के बाद डी सी मोटर को दे दिया जाता है।
लेकिन जो डी सी मोटर है इसकी रिपेयर बहुत मुश्किल और महंगी भी है, और दूसरा अगर आपके पास जनरेटर है तो उसके जनरेटर के ऊपर भी यह मोटर नहीं चलेगी।
अगर हम बात करते हैं AC मोटर की इसके लिए VFD जिसको बोलते हैं वेरिएबल फ्रिकवेंसी ड्राइव जो के डीसी सप्लाई को ऐ सी में बदलकर AC मोटर को चलाती है। जो AC मोटर है इसकी रिपेयर का खर्चा बहुत कम है और कोई भी मैकेनिक इसको मुरमत कर सकता है और साथ ही साथ यह जनरेटर के ऊपर भी चलेगी और AC मोटर डीसी से सस्ती भी होती है तो आप कोशिश करें कि अपने खेत के लिए AC मोटर ही लगाएं।
Solar Pump motor
इसके बाद मोनोब्लॉक और सबमर्सिबल जो भी आपके एरिया में ज्यादा मोटर चल रही है आपको वही लगानी चाहिए अगर पानी आप तालाब से उठा रहे हैं तो फिर आप मोनोब्लॉक भी लगा सकते हैं अगर आपके पानी का लेवल 10 ,20 ,30 फ़ीट है तो आप फिर भी मोनोब्लॉक लगा सकते हैं। लेकिन अगर आपके एरिया में पानी का लेवल है ज्यादा डीप है वहां पर आपको submersible ही लगानी पड़ेगी।
solar pump की सब्सिडी के के लिए आप सरकार की वेबसाइट पर जा सकते हो
Solar Pump सस्ता और महंगा क्यों ?
Solar Pump सस्ता और महंगा क्यों ? मान कर चले एक 3HP का सोलर पंप है एक आदमी एक लाख रुपए का दे रहा है वहीं दूसरा आदमी डेढ़ लाख का दी रहा है और तीसरा आदमी 2 लाख का दे रहा है ,यह इतना अंतर क्यों है? आइए इस के जानते है।
सबसे बड़ा फ्रॉड किसान के साथ यहीं पर होता है Solar Pump में सबसे महंगा सोलर पैनल ही होता है , कुछ लालची लोग किसान के साथ किस तरह से फ्रॉड करते हैं , पुराने पैनल को साफ करके उसके ऊपर नए स्टीकर लगा कर देते हैं जहां कुछ लोग B,C ग्रेड सोलर पैनल भी किसान को लगा देते हैं,
अब आप सोच रहे होंगे कि इतने बी ग्रेड सोलर पैनल इतने पुराने पैनल कहां से आते हैं इसके बारे में भी आपको जानना जरूरी है जहां पर मेगावाट के सोलर प्लांट लगाए जाते हैं वहां पर हजारों की गिनती में सोलर पैनल लगे होते हैं और उन सोलर पैनल की चेकिंग है वह समय-समय के बाद होती है उसमें जो भी सोलर पैनल की आउटपुट कम हो जाएगी तो वह सोलर पैनल वहां से उतार दिया जाता है।
वहां से कुछ जो लोगों का वहां पर कॉन्ट्रैक्ट है उनके साथ जुड़े हुए हैं वहां से वह सोलर पैनल उठा लेते हैं और तो जो Solar Pump लगाने वाले हैं वह आपको इस तरह से नए स्टिकर लगाकर वह पैनल भेज देते हैं।
B और C ग्रेड पैनल वह होते हैं जो सोलर पैनल फैक्ट्री में नए बनते है, कंपनी में तो हर एक सोलर पैनल को एक मशीन में से निकाला जाता है अगर मशीन में जो 330 वाट वाला सोलर पैनल है वह 330 वॉट पूरा कर दिया तो वह सही में आ जाएगा ,अगर किसी ने 330 वाट से कम 300 वाट रह गया तो वह बी ग्रेड में आ जाएगा।
अगर 250 वाट निकाल देता है तो उसको C ग्रेड में रख देते हैं तो जितने भी सोलर पैनल की कंपनियां है बी ग्रेड वाले हैं वह बाहर निकाल कर सोलर पैनल वह एक आदमी को दे देते हैं और वह आदमी आगे सस्ते रेट में लोगों को बेच देता है तो यही में कारण है कि जो एक आदमी पुराने सोलर पैनल लगाकर ₹100000 की मोटर दे रहा है एक आदमी नए सोलर पैनल है लेकिन उसमें बी ग्रेड और सी ग्रेड के हैं वह डेढ़ लाख में दे रहा है और एक आदमी दो लाख में वही मोटर दे रहा है अब यह चेक कैसे किया जाए।
दोस्तों देखिए जो बी ग्रेड और सी ग्रेड है इसकी चेकिंग आम आदमी नहीं कर सकता जब भी आप कोई भी Solar Pump लगवाने जा रहे हो तो आप कोशिश करें कि बढ़िया कंपनी का ही सोलर पैनल लगाए क्योंकि कुछ कंपनियां ऐसी है जो बाजार में पिछले 40 से 45 साल में बिजली के प्रोडक्ट बना रही है बड़ी-बड़ी कंपनियां है तो आप उनके साथ जा सकते हैं।
तो जब भी आप Solar Pump उसका पक्का बिल आप क्योंकि उसके ऊपर जितने भी पैनल है उसका सीरियल नंबर लिखा जाएगा कि इसकी वारंटी गारंटी 25 साल की है। उसके बाद जो सस्ती मोटर है उसमें जो स्ट्रक्चर है वह आपको काफी हल्का दिया जाएगा और साथ ही साथ जो उसके अंदर डीसी wire use की जाती है। उसके बाद जो VFD है वह भी china की लगा दी जाए तो भी जो काम आपका Solar Pump का रेट है वह कम हो जाएगा।
जितने नट बोल्ट है वह स्टेनलेस स्टील की जगह नॉर्मल लोहे लगा दिए जाएं वहां पर भी प्राइस का अंतर निकलेगा क्योंकि जिस आदमी ने सस्ता देना है उसने हर बात पर यह देखना है ,कि जहां से भी बचत हो करेगा , मोटर भी देसी भी लगा सकते हैं लेकिन आप कोशिश करें कि कंपनी की मोटर में ही जाए।
यह अंतर दोस्तों ज्यादातर ऐसे सामान में निकलता है तो अगर आप इन बातों का ख्याल रखोगे तो आपके साथ कभी फ्रॉड नहीं होगा
Solar Pump PM Kusum Yojana subsidy
इसके बाद हम बात करते हैं की सब्सिडी की तो सब्सिडी में भी काफी लोगों के साथ फ्रॉड हो रहा है क्योंकि सेंटर गवर्नमेंट की तरफ से सिर्फ एक ही योजना चल रही है जिसका नाम है पीएम कुसुम योजना अगर आप गूगल पर सर्च करोगे तो जब आपने सर्च किया यह गवर्नमेंट की साइट है जहां पर सर्च करते ही जो साइट ओपन होगी वहां पर लिखा जाता है प्रधानमंत्री कुसुम योजना के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली वेबसाइटों से सावधान सतर्क रहें .
धोखाधड़ी से बच्चे क्योंकि बहुत से लोगों ने ऐसा काम कर रखा है कि आपको वह बोलते हैं कि हम इसमें आपको सब्सिडी देंगे आप इतने पैसे जमा कर दे बहुत कुछ चल रहा है भारत के जिस भी राज्य में कुसुम योजना ओपन होती है तो उससे पहले न्यूज़ पेपर में एक ऐड आता है कि इतनी तरीका आप कुसुम योजना में अप्लाई कर सकते हैं जहां पर आपको 50 से 60% तक की सब्सिडी मिल सकती है।
कुसुम योजना के अधीन ही आपको सब्सिडी मिलेगी अगर आपको कोई आदमी यह कह रहा है कि मैं आपको solar pump लगा कर दूंगा पंप मुझे इतने पैसे जमा करवा दो तो वहां पर आपने समझ लेना कि यह फ्रॉड है।
Solar Pump Price In 2024
इस समय 2024 में सोलर पैनल की कीमत बहुत ज्यादा कम हो चुकी है, जिसके कारण सोलर पंप का प्राइस बहुत कम आ चुका है। अगर टॉप क्वालिटी की बात करें 3 एचपी की मोटर है जो वह आपको 120000 से लेकर 130000 में मिल जाएगी। कंपलीट फिटिंग भी इसी में ही होती है।
उसके बाद 5 एचपी की बात करें तो यह आप मन कर चले की 190000 लेकर 2 लाख अगर 7.5 एचपी की बात करते हैं तो यह 3 लाख के आसपास अगर 10 एचपी की बात करें तो वह तकरीबन 37000 में आपको मिलेग
Solar Pump मिलेगा कहाँ से
solar pump के लिए आपको आप के इलाके में जो भी कपनी यह काम क्र रही है उनको मिलना पड़ेगा , अगर सब्सिड़ी कनेक्शन लेना है तो कुसुम योजना कब ओपन होती है इसका आपको न्यूज़ पेपर देखना पड़ेगा।
सोलर पंप इंसटाल करने वाले आप उनसे संपर्क करें वही आपको पूरा पैकेज देते हैं ,गारंटी वारंटी है और जो भी उसका बिल होगा वह आपको देंगे
ज्यादा जानकारी के लिए आप निचे दी गई वीडियो देख सकते हैं
solar pump सस्ता | solar pump महंगा |
पुराने और b ग्रेड सोलर पेनल ,सस्ता vfd, सस्ता wire घटिआ क्वालिटी के स्टैंड, सस्ती मोटर | इस solar pump में सब कुछ कपनी का लगेगा |